
जब एक शिशु पहली बार स्तनपान करने के लिए अपनी माँ के संपर्क में आता है, उस वक़्त एक माँ को महसूस होने वाली भावनाओं को शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। और उतना ही मुश्किल होता है स्तनपान के दौरान होने वाली पीड़ा को व्यक्त कर पाना जिससे बहुत सी माताएँ स्तनपान के दौरन गुजरती है।
कुछ माताएँ ख़ुशी से रोने लगती है और कुछ इस बात पर हैरान होती है कि उन्होंने बहुत ज्यादा पीड़ा को सहन करके एक खूबसूरत शिशु को जन्म दिया है। चाहे जो भी हो, पर माता-पिता के लिए यह एक बहुत ही खूबसूरत पल होता है, हालांकि आनन्द के इस एक क्षण की अपनी ही कीमत होती है। आइए, आज हम बात करते है स्तनपान के दौरान होने वाली पीड़ा से जुड़ी कुछ समस्याओं के बारे में, जिसका माताओं को आमतौर पर सामना करना पड़ता है। साथ ही यह जानने कि कोशिश भी करेंगे कि इन समस्याओं को हल करने के लिए क्या किया जा सकता है।
अनुचित पकड़
यह एक ऐसी समस्या है, जो स्तनों से सम्बंधित कई अन्य समस्याओं से जुड़ी होती है। ऐसा बहुत बार देखा गया है कि बच्चे की माँ के स्तन पर पकड़ ठीक नहीं होती। परन्तु, माँ होने के नाते, यह आपको सुनिश्चित करना होता है और ऐसा करने के लिए कि यह देखें कि क्या स्तन का सबसे काला भाग (एनोला), बच्चे के मुँह में है या नहीं। इसके अलावा, आपको यह भी जांचना होता है कि कहीं शिशु के होंठ मुंह में अंदर की ओर तो नहीं मुड़े हुए और होंठों की जगह शिशु की ठोड़ी आपके स्तन से टकरा रही हो?
पीड़ित और फटे हुए निपल्स
यह एक आमतौर पर पाई जाने वाली समस्या है जो कि बच्चे के स्तन को ठीक तरह से न पकड़ पाने के कारण माताओं को अनुभव करनी पड़ती है। यदि आप स्तनपान जारी रखना चाहती हैं, तो ऐसा कुछ भी नहीं है जिससे आपकी यह पीड़ा कम हो सके।
ऐसे में चाहे आप स्तनपान करवाए या दूध की आपूर्ति के लिए पंप का इस्तेमाल करे, दोनों हालतों में आपको दर्द का सामना तो करना ही पड़ता है। खासकर, जब आपका बच्चा स्तनपान करने की बजाये वो मुंह से स्तन को काटने लगता है। इस समस्या का सही समाधान सिर्फ एक ही है और वह है बच्चे की स्तन पर पकड़ को ठीक करना।
स्तनपान करवाते समय दर्द होना
ज्यादातर बाल रोग विशेषज्ञ यह मानते है कि अगर स्तनपान के समय आपको दर्द होता है, तो आप ठीक तरीके से स्तनपान नहीं करवा रहीं हैं। बाल रोग विशेषज्ञों का मानना है कि स्तनपान के समय आपको केवल शिशु द्वारा स्तन को चूसे जाने का एहसास होना चाहिए ना कि किसी प्रकार के दर्द का।
यदि आपको स्तनपान के समय किसी किस्म का दर्द महसूस होता है, तो इसका कारण या तो बच्चे की स्तन पर पकड़ अनुचित है या दर्द का कोई अन्य कारण है। यदि आप बिना दर्द के स्तनपान करवाना चाहती हैं, तो यह सुनिश्चित करें कि असल समस्या क्या है।
अधिक मात्रा में दूध का उत्पादन या भारी स्तन
यह आमतौर पर तब होता है जब आपके स्तन ज्यादा मात्रा में दूध का उत्पादन करते हैं, लेकिन आप अपने स्तनों को अतिरिक्त दूध से रहित नहीं कर पाती। ऐसा होने के दो प्रमुख कारण हो सकते हैं – पहला यह कि आपका शिशु अभी स्तनपान करना सीख रहा है, और दूसरा यह कि आप भी स्तनपान करवाना अच्छी तरह से नहीं सीखी हैं।
यह एक बहुत ही सामान्य समस्या है और इसका बहुत ही सरल इलाज है – स्तनों के भारीपन से बचने की कोशिश करें। अगर शिशु की दूध की आपूर्ति की तुलना में आपके स्तन दूध का उत्पादन ज्यादा कर रहें हों, तो कोशिश करें कि जितनी बार हो सके पंप का इस्तेमाल करके दूध को निकल कर संग्रहित कर ले और जरूरत पड़ने पर अपने शिशु को पिलाए। दूध को संग्रहित कैसे किया जाता है और इसका सेवन कब तक ठीक रहता है, इसके बारे में मेरा लेख पढ़ना न भूले।
अवरुद्ध दुग्ध नलिकाएं
यह एक दर्दनाक समस्या है और केवल वही माताएँ इसके दर्द को समझ सकती है जिन्होंने इससे होने वाली पीड़ा को सहन किया हो। ऐसा तब होता है जब स्तनों का ध्यान नहीं रखा जाता।
यदि स्तनों के उत्थान या भारीपन जारी रहे और अगर एक निश्चित अवधि के बाद पहले से उत्पादित दूध को पम्प करके स्तनों का भारीपन कम नहीं किया जाता, तो यह दुग्ध नलिकाओं के ब्लॉक होने का प्रमुख कारण बन जाते है। आप अपने स्तनों में एक दर्दनाक गांठ को आसानी से महसूस कर पाएंगी, जो थोड़ी सी भी हलचल से बहुत दर्द देने वाली होगी।
इसका सिर्फ एक ही समाधान है, चाहे आप स्तनों की अत्यंत पीड़ा से गुजर रहीं हो, पर फिर भी स्तनपान करवाना बंद न करे। कुछ ही समय के बाद आप देखेंगी कि यह समस्या अपने आप ही ठीक हो जाएगी।
स्तनों की सूजन
यह स्तनपान से संबंधित अन्य समस्याओं में से सबसे बड़ी है और इसके होने का प्रमुख कारण अवरुद्ध दूध नलिकाओं का ध्यान नहीं रखा जाना होता है। इससे स्तन संक्रमित हो जाते है और फिर उनमे दर्द होने लगता है। इस समस्या के समाधान के लिए आपको डॉक्टरी परामर्श लेने की जरूरत पड़ती है क्योंकि ऐसी स्तिथि मे कई बार आपको एंटीबायोटिक लेने की सलाह दी जाती है। परन्तु, ऐसा कोई भी निर्णय लेने से पहले एक विशेषज्ञ से विचार-विमर्श करना बहुत जरूरी होता है।
यदि आप पहली बार माँ बनी है या पहले भी माँ बन चुकी हैं, अगर आप स्तनपान करवाती है, तो संभावना है कि आपको भी उपरोक्त किसी ना किसी समस्या का सामना करना पड़ा होगा। समस्या कुछ भी हो सकती है, फिर वो चाहे माताओं का ठीक से स्तनपान ना करवाना हो या फिर बच्चे का ठीक से स्तनपान ना कर पाना हो।
इन 6 समस्याओं में से, मैनें 5 समस्याओं को खुद झेला है और यकीन मानिए, मेरे लिए यह बहुत ही कठिन समय था। लेकिन इन सब समस्याओं के बावजूद मैंने स्तनपान करवाना बंद नहीं किया और शायद लगातार स्तनपान करवाने की वजह से ही मुझे स्तनपान के दौरान होने वाली पीड़ा और उससे जुड़ी समस्याओं से राहत भी मिल गई।
इसलिए अपने अनुभव से मैं यह कह सकती हूँ कि अगर आप भी इन समस्याओं से पीड़ित हैं तो आपको स्तनपान जारी रखना चाहिए। परन्तु, अगर समस्या बनी रहती है, तो अपने डॉक्टर से इसकी जांच करवाना मत भूलिए।
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