
हमारे पिछले लेख में आप ने जाना कि गर्भस्राव के बाद खुद को भावनातमक तौर पर कैसे संभाला जाना चाहिए। गर्भस्राव के बाद, एक महिला को अनेकों शारीरिक असुविधाओं और परिवर्तनों से गुज़रना पड़ता है। आज हम जानेंगे कि गर्भस्राव के बाद खुद को शारीरिक रूप से कैसे संभाला जाए।
वास्तव में, अगर आप शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को जितना मज़बूत रखती हैं, उतनी ही आप में दर्द को सहने की क्षमता और सहनशीलता बढ़ जाती है। विशेषज्ञों का मानना है कि गर्भस्राव से भावनात्मक और शारीरिक रूप से निपटना सीख कर ही हम इस हादसे से बाहर आ सकते हैं।
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गर्भस्राव के बाद, जब बात शारीरिक रूप से पूरी तरह ठीक होने की आती है, तो इसमें हफ़्तों से लेकर महीनों तक का समय लग सकता है। पर यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपका गर्भस्राव, गर्भवती होने के कितने समय बाद हुआ। गर्भवती होने के जितनी देर बाद गर्भस्राव हुआ होगा, उतना ही शारीरिक रूप से ठीक होने में आपको समय ज़्यादा लगेगा।
गर्भस्राव के बाद शरीर पर कुछ सबसे सामान्य शारीरिक प्रभाव
रक्तस्राव
इसमें कोई आश्चर्य नहीं कि जब स्वाभाविक रूप से या गर्भस्राव की वजह से गर्भावस्था ख़त्म होती है, तो भारी रक्तस्राव होता है। गर्भस्राव के बाद होने वाला रक्तस्राव की अवधि मासिक धर्म की अवधि के समान होती है । गर्भस्राव के 3-6 सप्ताह बाद आपका मासिक धर्म फिर से नियमित अवधि पर होने लगता है।
दर्द
कहने की ज़रूरत नहीं है, गर्भस्राव के बाद पेट के निचले क्षेत्र में आपको हल्के से लेकर बहुत ज़्यादा दर्द का सामना करना पड़ सकता है और यह दर्द गर्भस्राव के 2-3 दिन के बाद तक रहता है।
स्तनों में तकलीफ
अगर गर्भस्राव, गर्भावस्था के काफी समय बाद होता है, तो स्तनों में से अपने आप ही दूध निकलते रहने या स्तनों में दूध की वजह से ऐठन जैसे समस्या से आपको झूझना पड़ सकता है। ऐसे में, इस असुविधा को कम करने के लिए आप आइस पैक या गर्म स्नान जैसे तरीकों का इस्तेमाल कर सकती हैं। वैसे, यह समस्या ज़्यादा देर तक नहीं रहती।
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संक्रमण
वैसे तो ऐसा बहुत ही कम मामलों में होता है, पर कई बार देखा गया है कि गर्भस्राव के बाद कई महिलाओं को कई प्रकार के संक्रमण हो जाते है। यह संक्रमण ज्यादातर गर्भाशय से भ्रूण के ऊतकों को निकालने के लिए की जाने वाली सर्जरी के बाद हो सकते हैं। अगर, भ्रूण के किसी भी ऊतक की अनदेखी की जाती है, तो योनि स्राव और ऐंठन की संभावना प्रबल हो जाती है।
गर्भस्राव के बाद शारीरिक देखभाल
उचित मात्रा में आराम करें
गर्भस्राव, जीवन में अचानक आए परिवर्तन जैसे होता है। इससे गुज़रने वाली महिला को जिस शारीरिक और भावनात्मक पीड़ा से गुज़रना पड़ता है, उसका व्याख्यान कर पाना मुश्किल है। गर्भस्राव के बाद आपको अपने शरीर को पूरी तरह से ठीक होने के लिए समय देना चाहिए। इस हालत में पूरी तरह से आराम से बेहतर और कुछ भी नहीं है। अपने शरीर की बेहतरी के लिए आप उचित मात्रा में आराम करें।
संभोग से बचें
गर्भावस्था या गर्भस्राव के बाद, शारीरिक संबंध बनाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श कर लेना ही बेहतर होता है। विशेषज्ञों के अनुसार, जब तक आपका शरीर पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाता, आपको यौन संबंध बनाने से परहेज़ करना चाहिए।
संक्रमण पर नज़र रखें
गर्भस्राव के बाद शरीर में संक्रमण के विकास की संभावनाएं हमेशा होती हैं, हालांकि यह बहुत ही कम होती है। जो कुछ भी हो, आपको छोटे से छोटे संक्रमण के संकेतों को भी नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। गर्भस्राव के बाद बुखार आना संक्रमण का लक्ष्ण हो सकता है। ऐसी परिस्थिति में आपको बिना देर किए अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
अपनी निजी स्वच्छता का ध्यान रखें
गर्भस्राव के बाद आप मासिक धर्म के समान रक्तस्राव का अनुभव करेंगी, तो जिसमें आपको स्वच्छता का पूरा ध्यान रखना पड़ेगा।
अगर आप ऐसा करने में चूक जाती हैं, तो इससे आप किसी भी संक्रमण का शिकार हो सकती हैं। इसके लिए ध्यान रखें कि आपको अपना सैनिटरी नैपकिन समय-समय पर बदलते रहना है।
यदि आप बहुत ज़्यादा रक्तप्रवाह से गुज़र रही हैं, तो हर 2-3 घंटे के बाद अपना सैनिटरी नैपकिन बदलती रहें।
उचित दवाएं लें
गर्भस्राव के बाद अगर आप डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयां नहीं लेती, तो आपकी सेहत का बिगड़ना तय है। इसलिए समय-समय पर डॉक्टरी जांच और दवाइयां लेना अत्यंत आवश्यक है। इस हालात में, आमतौर पर आपको संक्रमण से बचने और दर्द को कम करने के लिए ज़रूरी एंटीबायोटिक दवाइयां लेने की सलाह ही दी जाती है, लेकिन बिना डॉक्टरी सलाह के कोई दवाई न लें।
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उचित आहार लें
मैं समझ सकती हूँ कि गर्भस्राव जैसे अनुभव के बाद, आपका कुछ भी खाने को मन नहीं करेगा। शायद खाना आखरी चीज़ होगी, जिस के बारे में आप सोचना चाहेंगी। पर आपको समझना होगी कि जितना ज़्यादा समय आप इस चरण से बाहर आने में लेंगी, उतना ही समय आपको इससे अगले चरण में से निकलने के लिए लगेगा। इसलिए सुनिश्चित करें कि आप गर्भस्राव के बाद उचित स्वस्थ और पौष्टिक आहार लेती रहें।
क्या आप भी इस दुःखद अनुभव से गुज़र चुकी हैं? क्या आप जानती हैं कि गर्भस्राव के बाद खुद को शारीरिक तौर पर कैसे संभाला जाना चाहिए ? अगर इस विषय में आपके भी कोई सुझाव हैं, तो हमसे ज़रूर बांटे। हमारे पाठकों के लिए यह बहुत लाभकारी होंगे।
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