एक मां द्वारा पूछा गया प्रश्न – मेरा बच्चा 2.5 वर्ष है और कुछ भी बोलता नहीं है। क्या यह चिंता का विषय है? क्या यह बोलने में देरी जैसे समस्या से सम्बंधित है?
क्या आपने कभी एक ही उम्र के दो ऐसे बच्चों को देखा है, जिनमें से एक बोल पाता हो और दूसरा नहीं? मुझे लगता है कि हम में से सब ने कभी न कभी ऐसे बच्चों को ज़रूर देखा होगा। वास्तव में, मेरे परिवार में भी एक 2.5 वर्ष का ऐसा ही बच्चा (मेरी भाभी का बेटा) है, जिसने अभी तक बोलना शुरू नहीं किया। वहीँ दूसरी तरफ, एक दिन मैंने ऐसे बच्चे को देखा, जो मात्र दो साल का था, पर वयस्कों की तरह बोल रहा था।
ज़रूर पढ़े – टंग टाई – क्या आपके बच्चे की जीभ तालु से जुड़ी हुई है?
मैं यहाँ यह बताना चाह रही हूं कि हर बच्चा अलग है। कुछ बच्चे 1-1.5 साल की उम्र में ही शब्दों को समझने और बोलने लगते हैं, वही दूसरी और कुछ ऐसे बच्चे भी हैं, जिनको उन्ही शब्दों को समझने और बोलने में अधिक समय लगता है। हालांकि, इस बात से बच्चे की सफलता या असफलता से कुछ लेना देना नहीं है।
मैं यह एक बार फिर से कहना चाहूंगी कि हर बच्चा अलग है और हर बच्चे की विकास दर अलग-अलग होती है।
क्या आपको चिंतित होना चाहिए?
इस हालत में भी कुछ निश्चित संकेत होते हैं, जो दर्शाते हैं कि चिंता की कोई ज़रूरत नहीं है। आइए, आज हम उन लक्षणों पर एक नज़र डालते हैं –
- आपके बच्चे में संचार के रूप में चेहरे के भावों को उपयोग करने की क्षमता।
- आपका बच्चा उन चीजों की ओर इशारा करता है जो वह चाहता है, चाहे वह दूध की बोतल हो या कोई खिलौना।
- जब आप अपने बच्चे को उसके नाम से पुकारते हैं, तो वह आपको देखकर खुश होता है या आपकी ओर दौड़ने लगता है।
- जब कुछ अजीब होता है या कुछ ऐसा होता है जिसे वह समझ पाने में समर्थ होता है , तो आपका बच्चा हंस कर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करता है।
- आपका बच्चा आपके निर्देशों को समझता है जैसे कि ऐसा मत करो, इसे उठाओ, इसे बाहर निकालों, यहां आओ, इधर बैठो इत्यादि।
- जब आपका बच्चा आपके द्वारा की गई कुछ चीज़ों की नक़ल करने लगता है, जैसे कि चूमना, गले लगाना इत्यादि
यदि आपका 2-2.5 वर्षीय बच्चा इन लक्षणों में से कोई भी दिखाता है, तो इसका मतलब है कि चिंता की कोई बात नहीं है, फिर चाहे उसने अभी बोलना शुरू नहीं किया हो। इस परिस्थिति में, अगर वह यह समझ पा रहा है कि उसके चारों ओर क्या हो रहा है, तो यह एक अच्छा संकेत है और पर्याप्त से अधिक है। हां, इस तथ्य पर कोई संदेह नहीं है कि आपको, माता-पिता के रूप में, उससे बात करने के लिए अधिक प्रयास करना पड़ेगा। लेकिन, आपको किसी भी तरह से यह नहीं मानना चाहिए कि आपके बच्चे में भाषा या भाषण की देरी है। कभी-कभी बच्चे बोलना शुरू करने में अपना स्वयं का समय लेते हैं।
ज़रूर पढ़े – 6 से 8 महीने तक के बच्चों को करवाए जाने वाले खेलों के बारे में
माता-पिता के रूप में आपको यह भी समझना चाहिए कि अगर आपके बच्चे के भाषा या भाषण में विकास की देरी है, तो इसमें आपका कोई कसूर नहीं है। इसके लिए खुद को दोष न दें। जितना भी हो सके उतना अपने बच्चे को बोलने के लिए प्रेरित करते रहें। ऐसा करने के लिए उसे अलग-अलग चीज़े दिखा कर बातों में लगाए। वस्तुओं की पहचान करने और उनको नाम से बुलाने में उसकी मदद करें।
इन सब के बाद भी अगर आपको लगे कि कोई फर्क नहीं है या उपरोक्त लक्षणों में से कोई लक्ष्ण नहीं दिखा रहा है, तो अपने बाल रोग विशेषज्ञ से परामर्श ज़रूर करें। ऐसे में क्षेत्र विशेषज्ञ ही सलाह दे सकते हैं कि ऐसी स्तिथि में किसी हस्तक्षेप की आवश्यकता है या नहीं अर्थात किसी इलाज की ज़रूरत है या नहीं।
आपके बच्चे की उम्र कितनी है? क्या वह अभी तक बोलना शुरू कर चुका है या नहीं ? क्या आपने भी इस समस्या का सामना किया था? आप इस समस्या से गुज़र रहे माता-पिता को क्या सलाह देंगे?
Do you need more help?
क्या आपको और मदद चाहिए?
- Write a Comment
- Write a Review
- Ask a Question
Be kind to others. False language, promotions, personal attacks, and spam will be removed.Ask questions if any, by visiting Ask a Question section.
दूसरों के प्रति उदार रहें, अभद्र भाषा का प्रयोग ना करें और किसी भी तरह का प्रचार ना करें।
यदि कोई प्रश्न हो तो, अपना प्रश्न पूछें सेक्शन पर जाएं।
सबसे पहले अपना अनुभव बाँटे।