
अपने बच्चे को बड़ा होते देखना और उसकी छोटी-छोटी बचपने से भरपूर शरारतों का गवाह बनाना; इन सब का भी अलग सा ही मज़ा है। पर, तब माँ-बाप की जान पर बन आती है जब उनका बच्चा तकलीफ़ में होता है और कुछ कहने पाने में असमर्थ होता है।
तकलीफ़ कैसी भी हो जब समझ में ना आए तो ज़्यादा तकलीफ़ देती है। नवजात शिशुओं के मामले में यह ज़्यादा गंभीर हो जाती है। चाहे पेट की गैस के समस्या हो या दाँत निकलने की वजह से होने वाला बुखार, जहाँ बच्चा दर्द में तड़पता है वहीं माँ-बाप के लिए भी यह एक बहुत परेशानी भरा समय होता है। असल में दाँत निकलने की वजह से बच्चा एक असहनीय तकलीफ़ से गुज़रता है। पहली बार माँ-बाप बने जोड़े के लिए यह समझ पाना ही मुश्किल हो जाता है कि बच्चे के बार-बार रोने का असल कारण क्या है? इस लेख के ज़रिए, आज हम शिशुओं में दाँत निकलने से पहले के लक्षण क्या होते है, इस बारे में जानने की कोशिश करेंगे।
मसूड़ों में सूजन
मसूड़ों में फुलावट या सूजन दाँत निकलने का प्रमुख लक्षण है। सूजे हुए और उभरे हुए मसूड़े बच्चे को अत्यंत तकलीफ़ देते है और उसके आराम में भी खलल डालते है। इन सूजे हुए मसूड़ों की वजह से होने वाली जलन के कारण, कुछ शिशु तो सारी रात रोते रहते है और सो नहीं पाते।
अगर आपको लगे कि आपका बच्चा ज़रूरत से ज़्यादा रो रहा है, तो समझ लीजिए कि उसको आने वाले दाँत ही परेशान कर रहे है। तैयार रहें क्योंकि आपको आगे आने वाले दिनों में देर तक जागना पड़ सकता है।
गालो को रगड़ना या कान खीचना
याद करें, हमको भी जब कभी दाँतों के निकलने की वजह से की तकलीफ़ होती थी, तो हमारा हाथ अपने आप ही हमारी गालों को सहलाने लगता था। इससे हमको दाँतों के दर्द से कुछ छुटकारा मिलता था।
बच्चे भी ऐसा ही करते हैं क्योंकि हम सब का नर्वस सिस्टम वैसे ही काम करता है। कान और मसूड़ो के लिए हमारा नर्वस सिस्टम एक जैसा ही होता है। और हमारी तरह ही बच्चे भी गालों को या कानों को ही सहलाते हैं।
अतः, अगर आप अगली बार अपने शिशु को ऐसा कुछ करता देखा तो समझ ले कि उसको दांतो के आने की वजह से तकलीफ़ है।
काटना और चबाना
यह भी एक प्रमुख लक्षण है। मसूड़ों की सूजन के वजह से आपका शिशु आसपास पड़ी हुई हर चीज़ को काटने और चबाने लगता है क्योंकि ऐसा करने से उसको आराम मिलता है।
अगर आप यह सब लक्षण देखे तो समझ ले कि बच्चे का दाँत निकलाने का समय नज़दीक है। उसके आराम के लिए आप टीथर इत्यादि ला दे। पर बच्चे को टीथर देने से पहले टीथर को अच्छे से सटर्लाइज़ कर ले।
खाने पीने से इनकार
इस लक्षण को भी नकारा नही जा सकता। मसूड़ो की सूजन और उसको वजह से होने वाली जलन के कारण बच्चा कुछ भी खाने-पीने से मना करने लगता है। ऐसा व्यस्कों में भी होता है पर हम एस विषय में बात कर सकते है। और बच्चे नहीं।
इस लिए छोटे शिशुओं का खाने के इनकार करने का एक कारण यह भी हो सकता है। तकलीफ़ देह मसूड़ों की वजह से वो खाने-पीने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाएँगे।
मुंह से निकलता हुआ पानी, लार या तरल
जैसे जैसे बच्चे के दाँत आने का समय नज़दीक आने लगता है वैसे वैसे बच्चे के मुंह से निकलने वाला पानी, लार या तरल ज़्यादा मात्रा में बहने लगता है। ऐसा प्रतीत होता है कि बच्चे के मुंह में कोई पानी का फव्वारा लगा हो। तो यह भी एक बहुत ही खास और आसानी से समझे जाने वाला लक्षण है।
इनमे से कोई भी लक्षण आपको नज़र आए तो समझ लीजिए कि आपका शिशु उस पड़ाव पर पहुँच चुका है जहाँ से उसके दाँत निकलने शुरू होंगे; उसकी किल्कारियाँ और हँसी अब और भी मनमोहक होने वाली है। साथ-साथ आपकी भी परीक्षा की घड़ी नज़दीक है।
Do you need more help?
क्या आपको और मदद चाहिए?
- Write a Comment
- Write a Review
- Ask a Question
Be kind to others. False language, promotions, personal attacks, and spam will be removed.Ask questions if any, by visiting Ask a Question section.
दूसरों के प्रति उदार रहें, अभद्र भाषा का प्रयोग ना करें और किसी भी तरह का प्रचार ना करें।
यदि कोई प्रश्न हो तो, अपना प्रश्न पूछें सेक्शन पर जाएं।
सबसे पहले अपना अनुभव बाँटे।