
मासिक धर्म चक्र में अनियमितता होने पर, किसी भी महिला के दिमाग में सबसे पहला ख्याल यही आता है कि कहीं वह गर्भवती तो नहीं हैं? लेकिन, विशेषज्ञों के मुताबिक अनियमित मासिक धर्म चक्र के कई अन्य शारीरिक एवं मानसिक कारण भी हो सकते हैं। हम सभी जानते हैं कि जीवन शैली में तनाव के उच्च स्तर जैसे कई अन्य कारक हमारे शरीर के हार्मोनल संतुलन को बुरी तरह से प्रभावित करते हैं। यही सब कारक आगे चलकर अनियमित मासिक धर्म का कारण बन जाते हैं। इस लेख के माध्यम से हम, इन सब कारणों पर ही चर्चा करेंगे।
1तनाव
दर्दनाक घटनाओं और तनावपूर्ण स्थितियों, जिनका सही तरीके से इलाज न किया गया हो, हाइपोथैलेमिक अमेनोरेरिया का कारण बनता है। हाइपोथैलेमस एक गंभीर रूप से तनावग्रस्त मस्तिष्क क्षेत्र है जो उन हार्मोन के स्राव में एक भूमिका निभाता है, जिस पर मासिक धर्म चक्र की नियमितता पर निर्भर करता है। इसलिए, तनाव होने पर अनियमित मासिक धर्म चक्र होना स्वाभाविक है।
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2थायरॉइड ग्रंथि रोग
गर्दन पर स्थित थायराइड ग्रंथि चयापचय को नियंत्रित करता है और अन्य शरीर प्रणालियों के साथ तालमेल बिठाती है ताकि सभी प्रणालियों का काम ठीक रूप से चलता रहता है। इसलिए, थायराइड ग्रंथि के ठीक ने काम न करने पर भी अनियमित मासिक धर्म चक्र जैसी गंभीर समस्या उत्पन्न हो सकती है।
3पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम
पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम ओव्यूलेशन की कमी के कारण हार्मोनल गड़बड़ी का कारण बनता है, जिससे एस्ट्रोजेन, प्रोजेस्टेरोन और टेस्टोस्टेरोन का अपर्याप्त स्राव होता है। इस वजह से अनियमित मासिक धर्म चक्र, अत्यधिक बालों के झड़ने, वजन गिरने और बांझपन जैसी समस्याएं हो सकती है। विशेषज्ञ द्वारा किया गया उपचार ही इस बीमारी को ठीक करने का एकमात्र सही तरीका है।
4जीर्ण रोग
किसी भी अनियंत्रित और अनुपचारित पुरानी बीमारी जैसे कि सीलिएक रोग, शरीर में कई अन्य विकारों के साथ मासिक धर्म चक्र में अनियमितता का कारण भी बन सकती है। इसलिए, अगर आपको मासिक धर्म में अनियमितता लग रही है, तो मेडिकल जाँच अवश्य करवाएं।
5गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग
अगर आप गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग करती हैं, तो भी आपको मासिक धर्म चक्र में अनियमितता हो सकती है। हार्मोन की कम मात्रा वाली गर्भनिरोधक गोलियां भी मासिक धर्म चक्र में अनियमितता का कारण बन जाती हैं। जैसे ही आप इन गोलियों का सेवन बंद करते हैं, मासिक धर्म की अनियमितता कुछ महीनों के भीतर अपने-आप हल हो जाती है।
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6समयपूर्व रजोनिवृत्ति
जब 40 वर्ष से कम आयु के महिलाएं हार्मोनल गड़बड़ी का सामना करती हैं, तो उसे समय से पहले ही इस समस्या से जूझना पड़ता है। समयपूर्व रजोनिवृत्ति मासिक धर्म, रात के पसीने और योनि सूखापन की कमी से प्रकट हो जाती है। प्रारंभिक रजोनिवृत्ति के इलाज के लिए आपको तुरंत ही किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलना चाहिए।
7जैव-चक्रीय आवर्तन अर्थात सर्कडियन लय की परिस्थितियां
दैनिक अनुसूची में अचानक परिवर्तन, जो शरीर के सर्कडियन लय को प्रभावित करता है (उदाहरण के लिए दिन से रात की शिफ्ट में जाना), से भी मासिक धर्म की नियमितता पर प्रभाव पड़ता है। इस स्थिति में, मासिक धर्म चक्र को समायोजित करने के लिए अपनी मौजूदा दिनचर्या से एक लम्बी ब्रेक लें और शरीर को पूरी तरह से अपनी सही स्थिति में लौटने दें।
8दवाओं का परिवर्तन
जिन महिलाओं ने लंबे समय तक एक विशेष दवा का सेवन किया हो और अचानक उन्हें किसी नई दवा को लेना पड़ें, तो वह महिलाएं भी मासिक धर्म चक्र में अनियमितता का सामना करती हैं। आपका विशेषज्ञ उपचार के दौरान इस बात की पुष्टि कर सकता है कि नई दवा का सेवन आपके मासिक धर्म चक्र में अनियमितता का कारण है या नहीं। अगर है, तो वह इस समस्या को ठीक करने के लिए किसी और विकल्प की सलाह देगा।
9मासिक धर्म चक्र की गलत गणना
मासिक धर्म चक्र की अवधि एक महिला से दूसरे में भिन्न होती है। हालांकि औसत अवधि आमतौर पर 28 वर्ष है, लेकिन यह सब मामलों में समान नहीं होती। इसलिए, कई महिलाएं मासिक चक्र की अवधि के बारे में दिए गए सामान्य दिशानिर्देशों को सही समझ कर, खुद से यह मान लेती हैं कि उनको मासिक धर्म चक्र में अनियमितता है। वास्तव में, कोई देरी नहीं बल्कि गलत गणना होती है।
10मोटापा
एकदम से बढ़ा वजन अर्थात मोटापा भी आपकी हार्मोनल गतिविधि को प्रभावित करता है और इससे भी आपको मासिक धर्म चक्र में अनियमितता हो सकती है। अगर आप इस देरी से परेशान हैं, तो अपने वजन पर गौर अवश्य कीजिए।
अगर आपका भी कोई प्रश्न हो, तो हमारे विशेषज्ञ से पूछें।
इन सभी कारणों के अलावा, क्योंकि मासिक धर्म का एक बड़ा कारण जीवन शैली में बदलाव है, इसलिए अत्यधिक शारीरिक प्रयास से बचें, एक संतुलित भोजन और नियमित नींद अवश्य लें। इससे न केवल आपको मासिक धर्म से जुड़ी परेशानिओं से आराम मिलेगा, बल्कि आप कई अन्य बीमारीओं जैसे मोटापा, नींद न आना इत्यादि से भी बचे रहेंगे।
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